मीरा-भाईदर में मनपाके द्वारा दिए हुए अत्यावश्यसेवा के  पास किय रद्द- आयूक्त 

 


मीरा-भाईदर में मनपाके द्वारा दिए हुए अत्यावश्यसेवा के  पास किय रद्द- आयूक्त मीरा-भाईदर में मनपाके द्वारा दिए हुए अत्यावश्यसेवा के  पास किय रद्द- आयूक्त


मीरा भाईंदर


कोरोना संक्रमण के चलते सरकार के द्वारा संचारबंदी और लॉकडाउन की घोषणा हुई  उस लॉकडाउन को १४ दिन पुरे होने वाले है समाज सेवी संस्था ,एनजीओ को कोरोना विषाणु प्रतिबंध कक्ष के अत्यावश्यक सेवा के विशेष पहचान पत्र (पास) दिये गये थे। इसमें धांधली होने के कारण और इस पहचान पत्र (पास)का दुरुपयोग करके घूमने वालों की संख्या बढने के वजेसे आज मनपा आयूक्त चन्द्रकांत डांगे ने दिए हुए सभी पहचान पत्र (पास) को रद्द कर दिए है।



देश में  कोरोना नामक महामारी का संकट फैल गया हैं  उसी संकट के ऊपर मात करने के लिए  सरकार के द्वारा उपाययोजना के तहत  लोगों को  घर पर  रहने की अपील की गई,लेकिन लोगों में  इस अपील को नजरदांज कीया इस वजह से  सरकार के द्वारा २१ दिन की संचारबंदी और लॉकडाउन  घोषित हुआ  उस लॉकडाउन के समय में  कई मजदूर,मजबूर,गरीब,कामगार,इस तरह के अन्य समुदाय के लोगों को खाना,पानी या अन्य जीवन आवश्यक वस्तु  मोफत  बांटने के हेतू के लिय महानगरपालिका  के द्वारा  एक पहचान पत्र  जारी किये गये था। उस पहचान पत्र  का आधार लेकर  शहर में  बिना काम के घूमने वालों की संख्या मैं बढ़ोतरी  दिखाई दी। जीन  सामाजिक संस्थाएं  सामाजिक मंडले,एनजीओ के द्वारा  इस लॉकडाउन के समय में  गरीब लोगों की सहायता करने के लिए  उनको पहचान पत्र दिया गया था  उन संस्थाओं ने  १ या २ दिन  किसी ने ३ दिन,५दिन मदत कार्य किया उसके बाद  मनपा के द्वारा दिए गए पहचान पत्र (पास) का अनावश्यक फायदा उठाकर  शहर में  फोर व्हीलर,और टू व्हीलर से घूमते हुए  नजर आ रहे थे। इस पहचान पत्र  का  दुरुपयोग  किया जा रहा था कई वृत्तपत्र के प्रतिनिधियों ने इस बात की  खबर भी चलाई  उसके बाद  मनापा प्रशासन ने इस बात के ऊपर गौर करके मनपा के द्वारा  दिए गए  पहचान पत्र (पास)  रद्द करने का  निर्णय आयुक्त महोदय ने ले लिया है। अभी तक दिए वाले  पहचान पत्र   मनपा के द्वारा दिए गए  अत्यावश्यक सेवाओं के  के पास  रद्द कर दिए हैं


एक दिन, दो दिन तीन दिन,खाना ,पाणी, अत्यावश्यक चीजें बांटने वाले सेकड़ो लोग उसी पास का आधार बनाकर आज भी मजे से शहर में घूम रहे है।नगरसेवक ,एनजीओ,संस्था,के शिफारस पर कई संस्थाको ढेर सारे पास दिए गए है जिस का दुरुपयोग हो रहा था। संचारबंदी का मतलभ ही खत्म हो रहा था ज्यादा पास बांटे जाने के कारण शहर में लोग इधर उधर दिन भर घूम रहे थे।
संचारबंदी और लॉकडाउन को १४ दिन पुरे होने वाले है समाज सेवी संस्था ,एनजीओ को कोरोना विषाणु प्रतिबंध कक्ष के अत्यावश्यक सेवा के विशेष पहचान पत्र (पास)आज मनपा आयूक्त चन्द्रकांत डांगे ने रद्द कर दिए है।
मनापा द्वारा दीय गये पास का गैरवापर, गड़बड़ी, धांदली व शिकायत मिलने पर सब से पहले मनपा आयूक्त ने नियुक्त इस को रद्द करणे का निर्णय लिया इस के साथ परिचय पत्र (पास) बाटने वाले अधिकारी के धांधली करने के काम के वजह से उनको वहां से हटाया गया उनकी जगह पर वार्ड अधिकारी सुनील यादव को नियुक्त किया गया है।



शहर की या अन्य कोणकोणासी संस्था, एनजीओ  लोगों को कितने दिन तक मदत कार्य में,अनाज,खाना,पानी या अन्य चीजें बांटने वाली है। इसकी पूरी जानकारी  लेकर  और उस जानकारी की, तहकीकात  करने के बाद उस हिसाब से पहचान पत्र (पास) दिया जायेगा। मनपा अपना कमिनियुटी किचन बनाने के विचार कर रही है और जो सामाजिक सेवा करना चाह रही है. उसे उपयोग में ला सकते है जिस से खाने की क्वालिटी व फूड प्वाइजन का भी खतरा नही रहेंगा।
पास का दुरुपयोग ना करें के लिए अप पुलिस की नजर भी ऐसे पास लेकर घूमने वाले लोगों के ऊपर पढ़ रही है ।


प्रतिक्रिया


मीरा-भाईंदर शहर में कुछ संस्थाओं के लोगों के द्वारा संचारबंदी और लॉकडाउन के चलते मदत कार्य करणेके लिय पहचान पत्र (पास) लेकर शहर में अनावश्यक तौर पर घूम रहे हैं इसके ऊपर पाबंदी लगाने के लिए आयुक्त महोदय के द्वारा लिया हुआ निर्णय बहुत सराहनीय है और ऐसे पास जिस जिस संस्थाओं को दिए गए थे उस संस्था के द्वारा उनका मदद का कार्य हुआ है तो वो पास उस संस्थाओं अपने सदस्यों से लेकर मनपा मैं जमा करना चाहिए ऐसी में उन संस्थाओं को विनती करती हूं।


विना भोईर सभापती 
मीरा भयंदर मनपा प्रभाग समिती क्रमांक ६


मीरा भाईंदर महानगरपालिका के पास शहर के १८संस्थाएं गरीब,गरजू लोगों के लिए मदद कार्य करने के लिए आगे आई हैं। इसमें कई संस्थाओने जरूरत से जादा लोगोंके पहचान पत्र बनाके लिए गए थे। कुछ संस्थाओ ने २दिन,३दिन,५दिन के लिए जो जीवनावश्यक चीजें ,खाना, पानी, बाट दिया है लेकिन कुछ संस्थाएं अभी भी बांट रही है। 
लोगों को मदद करने के नाम पर कई संस्थाओं को जरूरत से ज्यादा पहचान पत्र लेकरं संस्थाओं ने अभी मदद करना ही बंद किया है। ऐसे संस्था के कई सदस्य शहर में अनावश्यक तौर पर घूमते हुए नजर आ रहे हैं उन सभी के पहचान पत्र (पास)आयुक्त महोदय के द्वारा रद्द कर दिए हैं। शहर के पुलिस प्रशासन ने भी ऐसे अनावश्यक पहचान पत्र लेकर घूमने वाले लोगों के ऊपर कार्रवाई करणी चाहीये, और पेट्रोल पंप के  संचालकोसे भि मैं विनंती करती हूं की ऐसें पहचान पत्र (पास) दिखाकर पेट्रोल लेणे वाले लोगोंको पेट्रोल ना दे।


ज्योत्स्ना हसनाळे
महापौर मीरा-भाईंदर महानगरपालिका