मेरी बेटी और उसके साथ फंसे हिंदस्थानियों को बचाने की मांग की मेरी बेटी और उसके साथ फंसे हिंदस्थानियों को बचाने की मांग की

मीरारोड : जापान के योकोहामा तट पर डायमंड प्रिंसेज शिप में मौजद लोग भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। इस शिप पर चालक दल के सदस्यों में कई हिंदुस्थानी भी हैं। इनमें से एक सोनाली ठक्कर, जिनके पिता दिनेश ठक्कर ने अपनी बेटी को बचाने के लिए सरकार से गुहार लगाई हैबता दें कि इस शिप पर चालक दल के सदस्यों सहित कुल २,६७० लोग सवार हैं, जिनमें से १,१०० चालक दल के सदस्य हैं। क्रूज में मौजूद यात्रियों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद ६ फरवरी से ही क्रूज जापान के तट पर खड़ा हैमीरारोड : जापान के योकोहामा तट पर डायमंड प्रिंसेज शिप में मौजद लोग भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। इस शिप पर चालक दल के सदस्यों में कई हिंदुस्थानी भी हैं। इनमें से एक सोनाली ठक्कर, जिनके पिता दिनेश ठक्कर ने अपनी बेटी को बचाने के लिए सरकार से गुहार लगाई हैबता दें कि इस शिप पर चालक दल के सदस्यों सहित कुल २,६७० लोग सवार हैं, जिनमें से १,१०० चालक दल के सदस्य हैं। क्रूज में मौजूद यात्रियों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद ६ फरवरी से ही क्रूज जापान के तट पर खड़ा हैसभी का इलाज क्रूज में ही किया जा रहा है। यह वायरसधीरे-धीरे क्रूज में मौजूद लोगों में फैल रहा है, जो मीरा रोड में रह रहे ठक्कर परिवार के लिए चिंता का सबब बन गया है। सभी का इलाज क्रूज में ही किया जा रहा है। यह वायरसधीरे-धीरे क्रूज में मौजूद लोगों में फैल रहा है, जो मीरा रोड में रह रहे ठक्कर परिवार के लिए चिंता का सबब बन गया है। शिप की सिक्युरिटी पेट्रोलिंग टीम में दिनेश ठक्कर की बेटी सोनाली भी शमिल हैं। सोनालीने एकवीडियो जारी कर हिंदुस्थान सरकार से उसे और अन्य साथियों को रेस्क्यू करने की गुहार लगाई है। पिता दिनेश ठक्कर ने बताया कि मेरी बेटी और उसके साथी अब भी उस शिप में फंसे हुए हैं। उनकी बेटी के नमूने को स्वैब टेस्टिंग के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। वह पिछले कई दिनों से अपने केबिन में कैद है।



बाहर निकले पर संक्रमण का खतरा है। जिस तरह हिंदुस्थान सरकार ने चीन से अन्य भारतीयों को रेस्क्यू किया है, उसी शिप की सिक्युरिटी पेट्रोलिंग टीम में दिनेश ठक्कर की बेटी सोनाली भी शमिल हैं। सोनालीने एकवीडियो जारी कर हिंदुस्थान सरकार से उसे और अन्य साथियों को रेस्क्यू करने की गुहार लगाई है। पिता दिनेश ठक्कर ने बताया कि मेरी बेटी और उसके साथी अब भी उस शिप में फंसे हुए हैं। उनकी बेटी के नमूने को स्वैब टेस्टिंग के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। वह पिछले कई दिनों से अपने केबिन में कैद है। बाहर निकले पर संक्रमण का खतरा है। जिस तरह हिंदुस्थान सरकार ने चीन से अन्य भारतीयों को रेस्क्यू किया है, उसी तरह हमारी बेटी को भी बचा लेजहाज पर संक्रमण के मामले बढ़ने से चालकदल के सदस्यों में घबराहट बढ़ती जा रही है। चालक दल के सदस्यों में करीब १६० लोग भारतीय हैं। मैंने विदेश मंत्रालय को ट्वीट कर मेरी बेटी और उसके साथ फंसे हिंदुस्थानियों को बचाने की मांग की है। दूसरी ओर विदेश मंत्रालय ने भी ट्वीट कर कहा कि हम क्रू मेंबर्स के संपर्क में हैं। उन्हें मदद मुहैया कराई जा रही है। एक ट्वीट में क्रूज पर मौजूद दो हिंदुस्थानी नागरिकों में कोरोना वायरस से ग्रसित होने की पुष्टि भी की गई है। तरह हमारी बेटी को भी बचा लेजहाज पर संक्रमण के मामले बढ़ने से चालकदल के सदस्यों में घबराहट बढ़ती जा रही है। चालक दल के सदस्यों में करीब १६० लोग भारतीय हैं। मैंने विदेश मंत्रालय को ट्वीट कर मेरी बेटी और उसके साथ फंसे हिंदुस्थानियों को बचाने की मांग की है। दूसरी ओर विदेश मंत्रालय ने भी ट्वीट कर कहा कि हम क्रू मेंबर्स के संपर्क में हैं। उन्हें मदद मुहैया कराई जा रही है। एक ट्वीट में क्रूज पर मौजूद दो हिंदुस्थानी नागरिकों में कोरोना वायरस से ग्रसित होने की पुष्टि भी की गई है।